प्रयागराज:- रविवार को जब आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर आज़ाद को प्रयागराज एयरपोर्ट पर रोका गया, तो करछना इलाके में हालात अचानक तनावपूर्ण हो गए। नाराज़ समर्थकों ने सड़कें जाम कर दीं, पुलिस पर पत्थर बरसाए और कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया। बाजारों में अफरातफरी मच गई और पूरे क्षेत्र में करीब दो घंटे तक तनावपूर्ण माहौल बना रहा

भीड़ का बेकाबू रूप और पुलिस की मुश्किलें

प्रदर्शन की शुरुआत करछना-कोहड़ार मार्ग पर हुई, जहां दोपहर तक लगभग ढाई हजार कार्यकर्ता जुट चुके थे। जैसे-जैसे दिन चढ़ा, नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया। पुलिस ने जब जाम हटाने की कोशिश की, तो स्थिति और बिगड़ गई। स्थानीय चौकी प्रभारी समेत पुलिसकर्मी खुद को बचाने के लिए पीछे हट गए।

करीब 3:30 बजे जब अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा, तो भीड़ और अधिक आक्रामक हो गई। डायल 112 की एक गाड़ी को पलट दिया गया और पुलिस के अन्य वाहनों को भी क्षति पहुंचाई गई। जाम में फंसे प्राइवेट वाहनों और बसों को भी निशाना बनाया गया।

Photo:- AmarUjala

बाजार में फैली दहशत

उग्र भीड़ ने भड़ेवरा बाजार की दुकानों में भी तोड़फोड़ शुरू कर दी, जिससे खरीदारी कर रहे लोग घबराकर भागने लगे। स्थानीय व्यापारियों के लिए यह दृश्य भयावह था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “ऐसा लगा मानो कुछ देर के लिए पूरा इलाका कानून से परे हो गया हो।

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42 लावारिस बाइकें जब्त

हिंसा के बाद पुलिस ने इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान 42 लावारिस बाइकें बरामद की गईं। दुकानदारों से पूछताछ के बावजूद इन वाहनों के मालिकों की पहचान नहीं हो सकी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें जब्त कर थाने भेज दिया।

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चंद्रशेखर को क्यों रोका गया?

सांसद चंद्रशेखर आज़ाद को कौशाम्बी जिले के लोहंदा गांव में एक दलित युवक के परिजनों और एक दुष्कर्म पीड़िता से मुलाकात के लिए जाना था। लेकिन कानून-व्यवस्था के मद्देनज़र उन्हें प्रयागराज एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया और सर्किट हाउस ले जाया गया। उधर, समर्थकों को जब इस कार्रवाई की जानकारी मिली, तो करछना में विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया।

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पुलिस की सख्त कार्रवाई की तैयारी

घटना के बाद प्रयागराज पुलिस ने हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की घोषणा की है। अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) डॉ. अजयपाल शर्मा ने बताया,
“हिंसा में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ लोक संपत्ति क्षति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। उनकी पहचान कर गैंगस्टर एक्ट और रासुका लगाने की कार्रवाई की जाएगी।

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अब तक 50 से अधिक लोगों की पहचान की जा चुकी है, और 20 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

स्थिति नियंत्रण में

शाम करीब 5:30 बजे अतिरिक्त सुरक्षा बल की मदद से पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया। हालांकि, तनाव की आशंका को देखते हुए क्षेत्र में अब भी भारी पुलिस बल तैनात है। प्रशासन लोगों से संयम बरतने और शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है।