फेसबुक मोनेटाइजेशन अपडेट 2025:- साल 2025 की शुरुआत से ही सोशल मीडिया की दुनिया में हलचल तेज हो गई है। और कई प्लेटफार्म अपनी पॉलिसी में कुछ न कुछ अपडेट ला रहे है कभी You Tube तो कभी Facebook तो वो अपडेट क्यूँ आ रहे है आज हम उन पर बात करेंगे तो अपडेट की सबसे बड़ी वजह है फेसबुक यानी मेटा द्वारा की गई मोनेटाइजेशन पॉलिसी में अहम बदलाव। यह अपडेट खासतौर पर उन कंटेंट क्रिएटर्स के लिए बड़ी खबर है जो फेसबुक प्लेटफार्म से पेसा कमाते है या फिर आने वाले टाइम में कमाना चाह्ते है

फेसबुक मोनेटाइजेशन अपडेट 2025

फेसबुक कई समय से अपनी प्लेटफॉर्म में क्वालिटी और यूजर अनुभव को बेहतर करने के लिए प्लानिंग के तहत काम कर् रहा है । लेकिन इस बार का अपडेट पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा सख्त और प्रोफेशनल नजर आ रहा है। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह नया अपडेट क्या है, किसे फायदा देगा, किसे नुकसान और इससे कंटेंट की दुनिया में क्या बदलाव आने वाले हैं।

फेसबुक मोनेटाइजेशन अपडेट 2025 क्या है?

फेसबुक ने इस बार मोनेटाइजेशन पॉलिसी में बदलाव करते हुए साफ किया है कि अब सिर्फ वही क्रिएटर्स फेसबुक पर कमाई कर पाएंगे जो:

  1. पूरी तरह से ओरिजिनल कंटेंट बनाते हैं।
  2. बार-बार किसी दूसरे के वीडियो, रील्स या कंटेंट को री-अपलोड नहीं करते। मतलब जो पहले से ही लोगो ने बना रखे हो वो कंटेंट
  3. फेसबुक की कम्युनिटी गाइडलाइन्स और मेटा की नई कंटेंट क्वालिटी पॉलिसी का पालन करते हैं।
  4. जिनके पेज पर कम से कम 5,000 फॉलोअर्स होने चाहिए
  5. जिनके वीडियोज को पिछले 60 दिनों में कम से कम 6 लाख मिनट (600,000 मिनट) देखा गया हो।
  6. जिनके कंटेंट पर Engagement Rate (Like, Comment, Share) अच्छा हो।
  7. जिन्होंने किसी भी तरह की फेक न्यूज, हेट स्पीच, या मिसइन्फॉर्मेशन का प्रसार न किया हो।

क्यों किया गया यह बदलाव?

फेसबुक ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में प्लेटफॉर्म पर फेक प्रोफाइल्स, कंटेंट चोरी, और वायरल क्लिप्स की नकल करने वालों की संख्या बहुत बढ़ गई थी। इससे असली क्रिएटर्स को नुकसान हो रहा था और यूजर एक्सपीरियंस भी कमजोर हो रहा था। इसलिए अगर अब से कोई भी यूजर्स कंटेंट को दोह राएगा तो इसका मतलब साफ़ है की फेसबुक उसे मोनेटाइज नहीं करेगा

2024 में फेसबुक ने करीब 1 करोड़ फेक अकाउंट्स को हटाया था, जो बड़े क्रिएटर्स की नकल कर रहे थे। इसी के चलते मेटा ने मोनेटाइजेशन सिस्टम को पारदर्शी और क्रिएटर-फ्रेंडली बनाने के लिए यह बड़ा कदम उठाया है।


नया अपडेट किनके लिए है फायदेमंद?

  1. सीरियस कंटेंट क्रिएटर्स: जो नियमित रूप से ओरिजिनल वीडियो, रील्स या आर्टिकल बनाते हैं, उनके लिए यह अपडेट फायदेमंद है। अब उन्हें कॉपीकैट्स से मुकाबला नहीं करना पड़ेगा।
  2. स्थिर और प्रोफेशनल पेज: जिन पेजों पर एक निश्चित ऑडियंस है और जो लंबे समय से क्वालिटी कंटेंट दे रहे हैं, उन्हें फेसबुक से अब ज्यादा कमाई के मौके मिल सकते हैं। अब से उन लोगो को फेसबुक ज्यादा आगे करेगा
  3. लोकल लैंग्वेज क्रिएटर्स: फेसबुक इस बार रीजनल लैंग्वेज कंटेंट को भी प्रमोट कर रहा है, जिससे हिंदी, तमिल, मराठी, बंगाली जैसे भाषाओं के क्रिएटर्स को भी आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।

किन्हें हो सकता है नुकसान?

  1. री-अपलोडर्स और क्लिपबेस क्रिएटर्स: जो लोग इंटरनेट से वायरल वीडियोज उठाकर फेसबुक पर पोस्ट करते थे, उनकी कमाई अब बंद हो सकती है। इसलिए अब से सावधान रहे
  2. फेक व्यूज और एंगेजमेंट खरीदने वाले पेज: मेटा के नए सिस्टम में अब एंगेजमेंट को वास्तविक रूप से ट्रैक किया जाएगा। इस वजह से आर्टिफिशियल तरीके से पेज बढ़ाने वालों को नुकसान होगा।
  3. नए क्रिएटर्स: जो अभी शुरुआत कर रहे हैं, उन्हें मोनेटाइजेशन तक पहुंचने में थोड़ी मेहनत और इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि नए नियमों में कुछ क्राइटेरिया पूरे करने जरूरी हैं।

क्या बदला है इन-स्ट्रीम ऐड्स और बोनस सिस्टम में?

फेसबुक के अनुसार अब इन-स्ट्रीम ऐड्स का सिस्टम थोड़ा बदला है। अब केवल वही वीडियो ऐड रन कर पाएंगे जिनका कंटेंट 100% ओरिजिनल होगा और जो प्लेटफॉर्म के नए एल्गोरिद्म द्वारा ‘हाई क्वालिटी’ के रूप में टैग किया जाएगा।

वहीं क्रिएटर बोनस प्रोग्राम अब इनवाइट-बेस्ड होगा। यानी, सभी को यह मौका नहीं मिलेगा। फेसबुक खुद उन पेजों को चुनेगा जो नियमित, जो की ओरिजिनल कंटेंट बनाता हो फैक चीजो का इस्तेमाल न करता हो और फेसबुक की पॉलिसी का पूरा पालन करता हो


छोटे क्रिएटर्स क्या करें?

जो लोग अभी फेसबुक पर शुरुआत कर रहे हैं, उनके लिए यह समय बहुत अहम है। अगर आप ईमानदारी से ओरिजिनल कंटेंट बना रहे हैं और एक खास टॉपिक या कैटेगरी पर फोकस कर रहे हैं, तो यह अपडेट आपके लिए भी मौका बन सकता है।

कुछ जरूरी बातें:

  1. अपना निच (Niche) तय करें – जैसे एजुकेशन, फाइनेंस, हेल्थ, मोटिवेशन, रिव्यू आदि।
  2. हफ्ते में कम से कम 3-5 पोस्ट या वीडियो डालें।
  3. Engagement बढ़ाने पर ध्यान दें – जैसे पोल्स, कमेंट्स के जवाब, लाइव आना आदि।
  4. वीडियो क्वालिटी और ऑडियो क्लियरिटी का खास ख्याल रखें।
  5. फेसबुक की ऑफिशियल क्रिएटर अकादमी से ट्रेनिंग लें।

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निष्कर्ष

Facebook का यह नया मोनेटाइजेशन अपडेट 2025 एक तरफ जहां ओरिजिनल कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आया है, वहीं दूसरी ओर उन लोगों के लिए एक चेतावनी भी है जो अभी तक दूसरों के कंटेंट से कमाई कर रहे थे। यह बदलाव सोशल मीडिया की दुनिया को ज्यादा पारदर्शी और प्रोफेशनल बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।

अब समय है कि नए और पुराने दोनों तरह के क्रिएटर्स अपने कंटेंट की गुणवत्ता पर ध्यान दें और फेसबुक के इस नए नियम के अनुसार खुद को तैयार करें। जो लोग मेहनत और ईमानदारी से अपने ऑडियंस को वैल्यू देते हैं, उनके लिए सोशल मीडिया अब भी एक मजबूत कमाई का जरिया बना रहेगा।