Satyapal Malik का निधन:- जम्मू-कश्मीर और मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार को निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। उनके आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट के माध्यम से उनके निधन की पुष्टि की गई। वह पिछले कुछ समय से दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में भर्ती थे

50 वर्षों का राजनीतिक सफर
सत्यपाल मलिक ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1970 के दशक में एक विधायक के रूप में की थी। पांच दशकों तक सक्रिय राजनीति में रहते हुए उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व किया और कई अहम पदों पर कार्य किया। राज्यसभा सदस्य से लेकर केंद्र सरकार में मंत्रालय संभालने तक, और अंततः जम्मू-कश्मीर, गोवा व मेघालय जैसे राज्यों के राज्यपाल बनने तक का उनका सफर काफी प्रभावशाली रहा।
नेट वर्थ और संपत्ति का विवरण
सत्यपाल मलिक द्वारा पिछले चुनाव के समय दाखिल किए गए शपथपत्र (एफिडेविट) के मुताबिक, उनके पास अच्छी-खासी चल-अचल संपत्ति थी। हलफनामे के अनुसार:
- कुल नेट वर्थ: लगभग ₹2.85 करोड़
- अचल संपत्ति: उनके पास कृषि भूमि सहित अन्य अचल संपत्तियों का स्वामित्व था।
- चल संपत्ति: बैंक बैलेंस, निवेश और गहनों में निवेश के रूप में उल्लेखनीय राशि थी।
- सोना/गहने: करीब ₹11 लाख के आभूषण, जिनमें सोने की चेन, अंगूठी आदि शामिल थीं।
यह जानकारी उनके आखिरी चुनावी हलफनामे से प्राप्त हुई है, जिसे उन्होंने राज्यसभा सदस्य रहते हुए प्रस्तुत किया था।
एक सादगीपूर्ण जीवन और स्पष्टवादिता के लिए जाने गए
सत्यपाल मलिक को उनके स्पष्ट वक्तव्यों और भ्रष्टाचार विरोधी रुख के लिए जाना जाता था। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने से पहले उनके कार्यकाल को काफी संवेदनशील माना गया। उन्होंने कई बार सार्वजनिक मंचों से अपने विचार बेबाकी से रखे, चाहे वह सरकार की नीतियों पर टिप्पणी हो या किसानों के मुद्दों पर उनकी आवाज़।
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निधन पर शोक की लहर
उनके निधन पर देशभर से नेताओं और आम जनमानस की ओर से शोक संदेश सामने आए हैं। कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी सेवाओं को याद किया।
नोट: संपत्ति से जुड़ी जानकारी सत्यपाल मलिक द्वारा पिछले चुनाव के समय दाखिल हलफनामे पर आधारित है। इसमें कोई अद्यतन परिवर्तन हो सकता है।