बारिश और बाढ़ का खतरा:- गौतमबुद्धनगर जिले में लगातार हो रही भारी बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ जैसी परिस्थितियाँ बन गई हैं। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशान से ऊपर पहुंच गया है, जबकि हिंडन नदी का जलस्तर फिलहाल खतरे के स्तर से नीचे बना हुआ है।

जिलाधिकारी के अनुसार, यमुना और हिंडन नदियों के उफान ने नदी की तलहटी में बसे इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कुल 43 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें सदर तहसील के 12 और दादरी के 6 गांव शामिल हैं। वहीं, जेवर तहसील के 25 गांवों में फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। गुरुवार को यमुना नदी का जलस्तर 200.60 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जो खतरे के स्तर के बराबर है। हिंडन नदी का जलस्तर 200 मीटर रहा, जबकि चेतावनी स्तर 205.08 मीटर है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, 1 जून से 4 सितंबर 2025 तक जिले में कुल 201.2 मिमी वर्षा हुई है, जो सामान्य 391.7 मिमी से लगभग 49% कम है। गुरुवार को जिले में केवल 3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
बचाव और राहत कार्य जारी
प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है। अब तक करीब 3800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें से 2637 लोग विभिन्न बाढ़ शरणालयों में रह रहे हैं। शरणालयों में समुदायिक रसोई के माध्यम से सभी को भोजन, साफ पेयजल और पशुओं के लिए चारा उपलब्ध कराया जा रहा है। आवश्यकतानुसार शरणालयों की संख्या बढ़ाने की योजना भी है।

स्वास्थ्य सेवाओं की भी व्यवस्था की गई है। मुख्य चिकित्साधिकारी के निर्देशन में छह रेस्पांस टीमों को अलग-अलग शरणालयों में तैनात किया गया है। आपात स्थिति जैसे सांप के काटने के लिए पर्याप्त मात्रा में एंटी-स्नेक वेनम उपलब्ध कराया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 1471 पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अग्निशमन विभाग की टीमें बचाव कार्यों में लगी हुई हैं।
झुग्गी-बस्तियों में लोग खतरे में
16 किलोमीटर लंबे पुश्ता रोड पर झुग्गियों में करीब 3000 लोग रह रहे हैं। यमुना के बढ़ते जलस्तर से इनकी स्थिति चिंताजनक है। सेक्टर-135 के नंगली वाजिदपुर बारातघर में 600 से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं। प्रशासन ने चेतावनी जारी कर दी है, लेकिन कई लोग अभी भी डूब क्षेत्र में सामान निकालने में जुटे हैं।
एनडीआरएफ की मदद से रेस्क्यू
थाना दनकौर और थाना नॉलेज पार्क पुलिस ने एनडीआरएफ की मदद से बाढ़ग्रस्त इलाकों से 35 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सामाजिक और किसान संगठनों की ओर से भी राहत सामग्री बांटी जा रही है।

अधिक प्रभावित गांव
नोएडा में मंगरौली, छपरौली, गुलावली, मोहियापुर, झट्टा, याकूतपुर और नंगली वाजिदपुर गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-150, 151, 168 और पंडितों की डेरी इलाके भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इन इलाकों में शिविर लगाकर मरीजों की जांच शुरू कर दी है।
नदी जलस्तर का हाल
यमुना नदी: गुरुवार 200.65 मीटर, बुधवार 200.25 मीटर, मंगलवार 199.45 मीटर। खतरे का निशान 200.60 मीटर।
हिंदन नदी: गुरुवार 201.00 मीटर, बुधवार 201.00 मीटर, मंगलवार 199.95 मीटर। खतरे का निशान 205 मीटर।