दिल्ली में बाढ़ और सड़क धंसने का डबल संकट:- आपको बतादे दिल्ली इस समय दोहरी मार झेल रही है। लगातार हो रही बारिश और यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर ने राजधानी में संकट पैदा कर दिया है। अलीपुर और सोनिया विहार क्षेत्र में सड़क और पुश्ता धंसने की घटनाओं ने हालात और गंभीर कर दिए हैं।

अलीपुर फ्लाईओवर धंसा, ऑटो पलटा
बृहस्पतिवार तड़के अलीपुर इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर फ्लाईओवर का हिस्सा धंसने से एक ऑटो का अगला पहिया लगभग चार से पांच फीट गड्ढे में फंस गया और वाहन पलट गया। हादसे में ऑटो चालक उमेश सिंह घायल हो गए, जिन्हें पास के राजा हरिशचंद अस्पताल में भर्ती कराया गया।

यातायात पुलिस ने सुरक्षा कारणों से दोनों कैरिजवे बंद कर दिए और वाहनों को डायवर्ट किया। वाहन चालकों को मुकरबा चौक से बकोली गांव अर्बन एक्सटेंशन 2 सड़क के माध्यम से वैकल्पिक मार्ग इस्तेमाल करने की सलाह दी गई।

स्थानीय लोगों ने हाई-वे के निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि फ्लाईओवर पर पहले से ही दरार और छोटे गड्ढों में पानी जमा हो रहा था, जिसे समय रहते मरम्मत कर लिया जाता तो यह हादसा टला जा सकता था।

सोनिया विहार पुश्ता धंसा, गांवों में बाढ़ का खतरा
वहीं, यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से सोनिया विहार के पास पुश्ता धंस गया। इसके कारण सोनिया विहार, सभापुर और चौहान पट्टी गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया। प्रशासन और सिंचाई विभाग की टीम ने रातभर मरम्मत कार्य किया और पुश्ते को दुरुस्त किया।

स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि 2023 की बाढ़ के दौरान भी पुश्ता धंसा था, लेकिन ठीक से मरम्मत नहीं की गई। यमुना का पानी अब गीता कॉलोनी श्मशान घाट तक पहुँच चुका है। जलस्तर बढ़ने से अंत्येष्टि कार्य केवल ऊंचाई वाले प्लेटफॉर्म पर संभव हो पा रहा है। पानी रोकने के लिए कट्टों में मिट्टी भरकर बैरिकेडिंग की गई है, लेकिन अगर जलस्तर और बढ़ा तो पुश्ता रोड समेत आसपास के इलाके डूब सकते हैं।

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पुलिस और प्रशासन की चेतावनी
पुलिस और प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। वाहन चालकों को सड़क किनारे पार्किंग से बचने और वैकल्पिक मार्ग इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि धंसे हुए हिस्सों की मरम्मत जल्द पूरी की जाएगी।