कोविड-19 से लोगों को कहीं न कहीं थोड़ी राहत तो मिली थी, लेकिन फिर कोविड-19 ने भारत की ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की नींद छीन ली है, कोविड-19 से लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली थी।
आम हो गया है इस लक्षण का होना
कि फिर से चीन, अर्जेंटीना, दक्षिण कोरिया, जापान, अमेरिका और ब्राजील जैसे कई बड़े और शक्तिशाली देशों में कोविड-19 केस बढ़ने शुरू हो गए हैं. कोविड-19 संक्रमित मरीजों के बढ़ते हुए आंकड़ों में उछाल देखते हुए भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण बैठक बिठाई जिसमें कई महत्वपूर्ण बाते कहीं और फैसले लिए गए।
सबसे ज्यादा पापुलेशन वाला देश चीन में फिर से कोविड-19 के मामलों में उछाल के लिए जिम्मेदार ओमिक्रॉन के बीएफ.7 वैरिएंट के 4 पॉजिटिव केस भारत में भी पाए गए हैं. गुजरात राज्य में एक 61 वर्षीय एनआरआई महिला पॉजिटिव पाई गई है जबकि महिला को कोविद वैक्सीन की तीन डोज लगी हुई थीं।
दरअसल, कई ऐसे लक्षण हैं जिन्हें कोई भी इंसान आम लक्षण मानकर अनदेखा कर देता है लेकिन शायद वे लक्षण कोरोना होने का भी हो सकते हैं. ZOE app कोविड-19 से संक्रमित हुए लोग अपने लक्षण बताते हैं.यह app एक यूके का हेल्थ स्टडी ऐप है जो की कोरोना संक्रमित हुए लोगों की जानकारी प्रदान करता है।
कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से यूके का ZOE ऐप लगातार कोविड के मामलो के बारे में यह जानकारी दे रहा है कि समय के साथ-साथ लोगों में लक्षण किस तरह अपना रूप बदल रहे हैं. नीचे बताए गए हुए कोविड-19 से होने वाले लक्षण जिन्हें अनदेखा नहीं करना चाहिए।
- छींक
- बहती नाक
- बंद नाक
- बिना कफ वाली खांसी
- सिरदर्द
- कफ के साथ खांसी
- बोलने में परेशानी
- मांसपेशियों में दर्द
- गंध ना आना
- अधिक बुखार
- कंपकंपी के साथ बुखार
- लगातार खांसी
- सांसों लेने में समस्या
- थकान महसूस होना
- भूख में कमी
- डायरिया
- बीमार होना
यूके के इस ZOE हेल्थ स्टडी app के मुताबिक, अगर किसी भी व्यक्ति को गंध की कमी और सांस लेने में लकलीफ हो रही है तो ये एक कोविड-19 के बीएफ-7 वैरिएंट के कॉमन लक्षण हैं. कोरोना के संक्रमित हुए लोगों में से ये कोरोना के अन्य वैरिएंट के सबसे कॉमन लक्षण थे।
अगर दिखें लक्षण तो क्या करें?
नेशनल हेल्थ सर्विस का कहना है कि कई लोग पांच दिन बाद भी दूसरों में संक्रमण नहीं फैलाते लेकिन कुछ लोग संक्रमित होने के 10 दिन बाद तक संक्रमण फैला सकते हैं. इसलिए जिन लोगों को कोई लक्षण नजर आ रहे हैं उन्हें अनदेखा करने की जगह पांच दिन तक अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए और कम से कम 10 दिनों तक बुजुर्ग-बच्चों या बीमार लोगों से मिलने से बचना चाहिए।
डरने की नहीं हैं जरूरत
एंटी टास्क फोर्स के वरिष्ठ सदस्य और कोविड टीकाकरण अभियान के प्रमुख डॉ. एनके अरोड़ा के मुताबिक, भारत को चीन में बढ़ते मामलों से डरने की जरूरत नहीं है लेकिन सावधानी बरतनी काफी जरूरी है. भारत में बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन हो चुका है जिसमें बुजुर्ग, युवा और कम उम्र के बच्चे भी शामिल हैं।
Latest News In Hindi
कर्नाटक के बेरहम टीचर ने अपने ही स्टूडेंट की पीट-पीटकर उतरा मौत के घाट,
दिल्ली में घना कोहरा छाने से विजिबिलिटी हुई काफी कम;
कार सड़क हादसा: हाई स्पीड में चलती कार ने 3 बच्चों को कुचला, कार ड्राईवर को किया गिरफ्तार,
Realated News – मोतिहारी के ईंट भट्ठा में ब्लास्ट