अखिलेश यादव का एलान:- लखनऊ, जून 2025 – उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर गठबंधन की रणनीति ने रफ्तार पकड़ ली है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि सपा 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव INDIA गठबंधन के साथ मिलकर लड़ेगी।

अखिलेश यादव ने कहा, “गठबंधन में पूरी एकता है और चुनाव आते-आते सीटों पर भी सहमति बना ली जाएगी। सोशल मीडिया की बयान बाज़ियों या किसी नेता के ट्वीट से हमारी नीति नहीं बदलती।”
भाजपा पर हमला: बेरोजगारी, महंगाई और शिक्षा पर सरकार विफल
प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने मौजूदा भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बेरोजगारी और महंगाई ने जनता को परेशान कर रखा है, लेकिन सरकार की प्राथमिकता में ना तो रोजगार है और ना ही कारोबारी माहौल को सुधारने की कोई मंशा दिख रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विदेशी निवेश के नाम पर देश की अर्थव्यवस्था को विदेशी कंपनियों के हवाले कर दिया गया है। जो लोग ‘स्वदेशी’ की बात करते थे, वही आज विदेशी ब्रांड्स के सप्लायर बन चुके हैं।
शिक्षा और बिजली व्यवस्था पर उठाए सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य में प्राइमरी शिक्षा की गिरती गुणवत्ता को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति घट रही है, जबकि सरकारी इंटर कॉलेजों की जमीनें अब राजनेताओं के निशाने पर हैं।
साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली उत्पादन और वितरण सुधारने के नाम पर कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई है, जबकि जनता लगातार बिजली संकट का सामना कर रही है।
गंगा सफाई और गेहूं खरीद पर भी उठाया सवाल
अखिलेश ने ‘नमामि गंगे’ को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “हजारों करोड़ का बजट साफ हो गया, लेकिन गंगा की सफाई जमीन पर नहीं दिखती।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने किसानों से इस सीजन में 20% से भी कम गेहूं की खरीद की है।
पिछड़ी जातियों और समाज के साथ अन्याय का आरोप
सपा प्रमुख ने कहा कि बुनकरों को आधुनिक सुविधाएं देने का वादा अधूरा रह गया है। साथ ही उन्होंने बदायूं में पटेल समाज और प्रयागराज में पाल समाज की बेटी के साथ हुए कथित अन्याय की ओर भी इशारा किया।
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विमान हादसे को लेकर सरकार पर बरसे अखिलेश
अहमदाबाद में हाल ही में हुए विमान हादसे को लेकर अखिलेश यादव ने चिंता जताई और कहा कि इतनी बड़ी दुर्घटना के बावजूद अब तक किसी जिम्मेदार का इस्तीफा नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, “जब पुलवामा और पहलगाम जैसे मामलों में हमने संयम रखा था, तब भी हमने इस्तीफा नहीं मांगा था। लेकिन अब लगातार विभागों का निजीकरण हो रहा है और अयोग्य लोगों को नौकरी दी जा रही है, जिससे हादसे बढ़ रहे हैं।
निष्कर्ष: 2027 की लड़ाई के लिए सपा तैयार
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद साफ हो गया है कि 2027 का चुनाव सपा अकेले नहीं, बल्कि गठबंधन की ताकत के साथ लड़ेगी। विपक्षी दलों की एकजुटता किस हद तक भाजपा के लिए चुनौती बनती है, यह आने वाला समय ही बतायेगा