चंद्रशेखर आजाद का आरोप:- नगीना से सांसद और आजाद समाज पार्टी (काशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने प्रदेश सरकार पर अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह कांवड़ यात्रा के लिए व्यापक इंतजाम किए जाते हैं, उसी तरह ईद के मौके पर भी मुस्लिम समुदाय को धार्मिक स्वतंत्रता मिलनी चाहिए लेकिन एसा नहीं होता ।

मुस्लिम संवाद कार्यक्रम में रखे विचार
लखनऊ के अटल बिहारी बाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित “मुस्लिम संवाद” कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि आज का संवाद कोई साधारण बैठक नहीं, बल्कि एक बड़े आंदोलन की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि देश के मौजूदा हालात ऐसे हैं जहाँ सरकार के विरोध में बोलने वालों के अधिकारों को सीमित किया जा रहा है।

हिंदू ढाबा संचालक पर हमले का ज़िक्र
सांसद ने भाषण में स्पष्ट किया कि यह भेदभाव सिर्फ अल्पसंख्यकों तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि हाल ही में एक हिंदू ढाबा संचालक को भी बेरहमी से पीटा गया। उन्होंने पूछा, “क्या यही है न्याय का चेहरा?” यह घटना दर्शाती है कि अब सामान्य नागरिक भी सुरक्षित नहीं हैं।

धार्मिक भेदभाव और कानून व्यवस्था पर सवाल
आजाद ने कहा कि एक ओर सरकार धार्मिक यात्राओं के लिए विशेष व्यवस्था करती है, वहीं दूसरी ओर यदि मुस्लिम समुदाय के लोग ईद की नमाज के लिए सड़कों पर आते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाती है। उन्होंने धामपुर में मुसलमानों की दुकानों को बंद कराने के घटनाक्रम पर भी सवाल उठाया।

उन्होंने आरोप लगाया कि यह सिर्फ मांस की दुकानों को बंद करने का मामला नहीं है, बल्कि चाय और नाई की दुकानों को भी प्रभावित किया गया है। कानपुर, इटावा और इलाहाबाद जैसी घटनाओं का हवाला देते हुए उन्होंने कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी चिंता जताई।

राजनीतिक एकजुटता पर बल
सांसद आजाद ने कहा कि अब समय आ गया है कि दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय एकजुट होकर राजनीतिक ताकत बनाएं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के संविधान में सभी वर्गों को उनकी संख्या के अनुसार प्रतिनिधित्व देने का प्रावधान है।

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उन्होंने दावा किया कि यदि आजाद समाज पार्टी की सरकार बनती है, तो कोई भी – चाहे वह मुस्लिम हो, दलित हो या पिछड़ा वर्ग – मुख्यमंत्री बन सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि आगे चलकर पिछड़ा और दलित सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।

चुनाव एजेंडा और वक्फ संपत्ति पर रुख स्पष्ट
कार्यक्रम में उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी चुनाव में पार्टी का घोषणा-पत्र शिक्षा, वक्फ संपत्ति, और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर आधारित होगा। ऑल इंडिया मोहम्मदी मिशन के अध्यक्ष बाबर अशरफ ने कार्यक्रम में कहा कि अब चुप्पी तोड़ने का समय है, क्योंकि चुप रहना अन्याय को समर्थन देने जैसा है।

पूर्व न्यायाधीश बीडी नकवी ने भी दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों की एकता को देश में न्याय और अधिकार दिलाने का एकमात्र उपाय बताया। उन्होंने आजाद समाज पार्टी को एक लाख रुपये का आर्थिक सहयोग भी दिया।

कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार चित्तौड़, महासचिव मोहम्मद आकिब, आरिफ खान समेत अन्य नेताओं ने भी अपने विचार रखे।