Himachal Weather Alert:- हिमाचल प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ताज़ा भविष्यवाणी के अनुसार, राज्य के अधिकांश हिस्सों में अगले सात दिनों तक बारिश का सिलसिला थमने वाला नहीं है। जहां 1, 2, 3, 6 और 7 जुलाई को हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है, वहीं 4 और 5 जुलाई को कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

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भारी बारिश का ऑरेंज और यलो अलर्ट

मौसम विभाग ने राज्य के हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों के लिए पांच दिनों का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बाकी दो दिन यलो अलर्ट के अंतर्गत रहेंगे। इन दिनों में स्थानीय प्रशासन को चौकस रहने की सलाह दी गई है, जबकि लोगों से अपील की गई है कि वे गैर-ज़रूरी यात्रा से बचें और नदी-नालों के पास जाने से परहेज़ करें।

बादल फटने की घटनाएं और जान-माल का नुकसान

पिछले 24 घंटों में मंडी जिले के गोहर, करसोग और धर्मपुर क्षेत्रों में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है और 16 लोग लापता बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्य के दौरान 117 लोगों को सुरक्षित निकाला गया, लेकिन इस प्राकृतिक कहर ने 18 घरों और 12 गोशालाओं को नुकसान पहुंचाया है। 30 मवेशियों की मौत की भी पुष्टि हुई है।

बारिश के आंकड़े और प्रभावित क्षेत्र

बीती रात सबसे ज़्यादा बारिश संधोल (223.6 मिमी) और मंडी (216.8 मिमी) में रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा पंडोह, बिजाही, करसोग, पालमपुर, चौपाल, गोहर, बग्गी, कोटखाई और नारकंडा सहित कई इलाकों में भारी वर्षा दर्ज हुई है।

मुख्यमंत्री का दौरा और प्रशासन की सक्रियता

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने ब्यास नदी में बढ़ते जलस्तर का स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने कांगड़ा ज़िले के भड़ोली में नदी पर बने पुल और आसपास के इलाकों का जायज़ा लिया। उनके साथ आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा, डीसी हेमराज बेरवा और एसपी शालिनी अग्निहोत्री भी उपस्थित थे। सरकार ने आपदा प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिलाया है।

छह जिलों में बाढ़ की आशंका

मौसम विभाग ने मंडी, कुल्लू, हमीरपुर, शिमला, सिरमौर और सोलन के कुछ क्षेत्रों में अगले 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बाढ़ की संभावना जताई है। ऐसे में प्रशासन ने तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।

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तापमान में हलचल की उम्मीद

हालांकि अगले 24 घंटों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद अगले 3–4 दिनों में यह 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। न्यूनतम तापमान में फिलहाल स्थिरता बनी रहने की संभावना है।

मानवीय अपील

इस कठिन समय में स्थानीय प्रशासन की भूमिका जितनी अहम है, उतनी ही ज़रूरी है आम नागरिकों की सावधानी। बाढ़ग्रस्त और संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोग मौसम की हर चेतावनी को गंभीरता से लें, और जरूरत पड़ने पर प्रशासन से संपर्क करें। एकजुट होकर ही इस विपत्ति का सामना किया जा सकता है।