हिट एंड रन अब अतीत की बात:- मध्य पूर्व में तनाव की आंच एक बार फिर तेज़ हो गई है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिका और इज़रायल को तीखे शब्दों में चेतावनी देते हुए साफ़ कर दिया कि ईरान किसी भी दबाव में झुकने वाला नहीं है। अपने राष्ट्र के शहीदों को याद करते हुए खामेनेई ने कहा, “हम अपने शहीदों के खून को कभी नहीं भूलेंगे। अमेरिका को यह जान लेना चाहिए कि ईरान किसी भी हस्तक्षेप का मुंहतोड़ जवाब देगा।

‘हिट एंड रन’ अब नहीं चलेगा: खामेनेई
तेहरान से लाइव प्रसारण के दौरान खामेनेई ने इज़रायल को भी आड़े हाथों लिया और चेताया कि उसके लिए ‘हिट एंड रन’ की रणनीति अब काम नहीं आएगी। उन्होंने सख्त लहजे में कहा, “ज़ायोनी शासन को समझना चाहिए कि अब वह ज़माना चला गया जब वह हमला करके बच निकलता था। अब उसके अपराधों की सजा निश्चित है।”
अमेरिका को खुली चेतावनी
ईरान के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’ की मांग और ईरान के नागरिकों को देश छोड़ने की चेतावनी के बाद यह बयान आया है। खामेनेई ने कहा, “हम धमकियों की भाषा में बात नहीं करते। अगर हम पर युद्ध थोपा गया, तो हम उसका डटकर मुकाबला करेंगे — और उसी दृढ़ता से एक थोपे गए शांति समझौते का भी विरोध करेंगे।
यह भी पड़े:- 18 जून की ताजा ख़बरें: पीएम मोदी की विदेश यात्रा, ईरान-इजरायल टकराव, और वैश्विक नेताओं के बीच
तेहरान पर इज़रायली हमले के बाद तनाव चरम पर
तेहरान में बुधवार सुबह हुए इज़रायली हवाई हमलों ने क्षेत्रीय तनाव को और गहरा कर दिया है। बताया जा रहा है कि इज़रायल ने ईरान के सैन्य ढांचे और परमाणु केंद्रों को निशाना बनाया है। यह हमले ऐसे समय में हुए हैं जब ट्रंप ने कुछ ही घंटे पहले ईरान को चेतावनी दी थी।
ईरान की ज़मीन पर ‘संप्रभुता’ की चुनौती
खामेनेई का संदेश न केवल एक जवाब था, बल्कि ईरानी संप्रभुता की घोषणा भी। उन्होंने कहा, “हम किसी बाहरी ताकत को यह अधिकार नहीं देंगे कि वह हमारी नीतियों और संकल्पों को तय करे। हमारा जवाब ऐसा होगा जिसे कोई भुला नहीं पाएगा।”