IMD Alert:- भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों के लिए एक बड़ा अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, उत्तर भारत, मध्य भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में अगले 6 से 7 दिनों तक मूसलधार बारिश होने की प्रबल संभावना है। इसके मद्देनज़र बाढ़ की आशंका भी जताई गई है, खासतौर पर मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा में।

मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इन इलाकों में मानसून की गतिविधि तेज बनी रहने की उम्मीद है, जिससे जलभराव और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

देशभर में कहां-कहां रहेगा भारी बारिश का असर

  • मध्य भारत: मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कई हिस्सों में जोरदार बारिश की संभावना है।
  • पूर्वी भारत: बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
  • पश्चिमी भारत: कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ में आने वाले सप्ताह के दौरान तेज बारिश हो सकती है।
  • दक्षिण भारत: तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भी मानसून सक्रिय रहेगा और भारी बारिश की संभावना है।
  • पूर्वोत्तर भारत: इस क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में भी भारी से बहुत भारी वर्षा होने के संकेत हैं।

बाढ़ की चेतावनी और नदी जलस्तर पर नजर

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि इस बार का मानसून मध्य और दक्षिण भारत के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा कि महानदी, कृष्णा और गोदावरी जैसी प्रमुख नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज होने की आशंका है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।

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विशेष रूप से महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में जलाशयों और नदियों के जलस्तर पर पैनी नजर रखने की आवश्यकता है। इसके अलावा उत्तराखंड में तेज बारिश से वहां की नदियों और निचले इलाकों में बहाव तेज हो सकता है, जिसका प्रभाव हरियाणा और दिल्ली जैसे मैदानी इलाकों तक पहुंच सकता है।

जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना

आईएमडी ने यह भी संकेत दिया है कि जुलाई महीने में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है। ऐसे में प्रशासन और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। विशेष रूप से उन इलाकों में जहां बाढ़ का जोखिम अधिक रहता है, वहां राहत और बचाव की तैयारियों को मजबूत करने पर जोर दिया गया है।