एनडीए की अहम बैठक:- संसद के मानसून सत्र के बीच मंगलवार को एनडीए संसदीय दल की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया और इस बेहतक में जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ऑपरेशन सिंदूर के लिए सम्मानित किया गया। जीएमसी बालयोगी सभागार में आयोजित इस बैठक में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी सांसदों की उपस्थिति रही।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए सम्मानित किया। इस दौरान एनडीए सांसदों ने ‘हर-हर महादेव’ का जयघोष करते हुए एकजुटता दिखाई और पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में चले सैन्य अभियान को लेकर एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी पारित किया गया। हमारे साथ ख़बर को लास्ट तक पड़े

बैठक में पास हुआ साझा प्रस्ताव

आपको बतादे एनडीए की अहम बैठक के दौरान पारित प्रस्ताव में भारतीय सेना की बहादुरी और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ व ‘ऑपरेशन महादेव’ में निभाई गई भूमिका को सलाम किया गया। प्रस्ताव में कहा गया कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन TRF द्वारा किए गए नृशंस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की धर्म के आधार पर हत्या कर दी गई थी।

इसके जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात सीमित लेकिन प्रभावी सैन्य कार्रवाई की, जिसमें पीओके सहित कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन को ‘सिंदूर’ नाम दिया गया — एक ऐसा नाम जो भारतीय संस्कृति में सम्मान और सुहाग का प्रतीक है।

आतंकवाद पर मोदी की सख्त नीति

प्रस्ताव में उल्लेख किया गया कि पीएम मोदी ने 24 अप्रैल को बिहार में दिए गए अपने भाषण में स्पष्ट संदेश दिया था कि भारत आतंकवाद और उसके समर्थकों को बख्शेगा नहीं। इसी संकल्प के तहत ऑपरेशन सिंदूर की योजना बनाई गई और सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया।

एनडीए नेताओं ने प्रधानमंत्री की निर्णायक नेतृत्व क्षमता और दूरदर्शिता की प्रशंसा की, साथ ही भारतीय महिलाओं द्वारा इस ऑपरेशन को मिले भावनात्मक समर्थन को भी रेखांकित किया गया।

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति

बैठक में इस बात का भी उल्लेख किया गया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण, तकनीक उन्नयन और ड्रोन उपयोग को प्राथमिकता दी गई है, जिससे ऐसे अभियानों की सफलता सुनिश्चित हो पाई है।

साथ ही एनडीए सांसदों ने सर्वदलीय शिष्टमंडल की विदेश यात्रा का जिक्र करते हुए बताया कि भारत ने 32 देशों में 59 सांसदों को भेजकर आतंकवाद के खिलाफ अपना पक्ष मजबूती से रखा और पाकिस्तान के नापाक इरादों को दुनिया के सामने उजागर किया।

भारत की कूटनीतिक जीत

प्रस्ताव के अंतिम हिस्से में बताया गया कि अमेरिका ने TRF को अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। BRICS सम्मेलन में भी आतंकवाद के खिलाफ दोहरे मानदंडों की आलोचना की गई। इसे भारत की बड़ी कूटनीतिक उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है।

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सांसदों ने इस अवसर पर भारत को एक विकसित, सुरक्षित और शांतिपूर्ण राष्ट्र बनाने की दिशा में लगातार प्रयास करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

बैठक के समय को लेकर चर्चाएं तेज

गौरतलब है कि यह बैठक उस समय हुई है जब संसद में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्ष का विरोध जारी है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की राष्ट्रपति से हालिया मुलाकात के बाद अटकलें तेज हो गई हैं कि जम्मू-कश्मीर को लेकर कोई बड़ा फैसला सामने आ सकता है। विशेषकर 5 अगस्त की तारीख — जब 2019 में अनुच्छेद 370 हटाया गया था — इस बैठक की टाइमिंग को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं जोरों पर हैं।