दिवाली पर सांस लेना होगा मुश्किलक:- दिवाली की चमक के साथ दिल्ली की हवा में ज़हर घुलने का खतरा एक बार फिर बढ़ गया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी की हवा दिवाली की रात “गंभीर” श्रेणी में पहुँच सकती है। अगर पटाखों का धुआँ और धीमी हवा का असर जारी रहा, तो लोगों के लिए घर से निकलना मुश्किल हो सकता है।

दिल्ली की हवा में बढ़ा ज़हर
रविवार शाम को ही दिल्ली की वायु गुणवत्ता “बेहद खराब” श्रेणी में पहुँच गई थी। आनंद विहार का AQI 435 दर्ज किया गया, जो “गंभीर” स्तर को दर्शाता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली के 12 इलाकों में हवा की हालत बेहद खराब हो चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रदूषण में 15% योगदान वाहनों के उत्सर्जन का है।
दिवाली के बाद हवा और खराब होने की आशंका
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता चेतावनी प्रणाली ने अनुमान लगाया है कि दिवाली की रात आतिशबाज़ी और ठंडी हवाओं की कमी के कारण वायु गुणवत्ता मंगलवार को 400 के पार जा सकती है। इससे अगले छह दिनों तक दिल्ली-एनसीआर की हवा “गंभीर” या “बेहद खराब” स्थिति में बनी रह सकती है।
कम हवा की गति और धुंध ने बढ़ाई चिंता
मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार और मंगलवार को हवा की रफ्तार 6 से 10 किमी प्रति घंटे तक सीमित रहेगी। हल्के कोहरे और धुंध के चलते प्रदूषण के कण वातावरण में फंसे रह सकते हैं। तीन दिनों तक बादल छाए रहने की संभावना है, जबकि बारिश या तेज़ हवा की कोई उम्मीद नहीं है।
तापमान सामान्य से ज़्यादा
रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से ऊपर रहा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह स्थिति प्रदूषक तत्वों के फैलाव में और रुकावट पैदा करती है।
GRAP चरण 2 लागू, तीसरे की तैयारी
CAQM ने दिल्ली-एनसीआर में GRAP (Graded Response Action Plan) के दूसरे चरण के तहत कई प्रतिबंध लागू किए हैं। अगर हवा की स्थिति और बिगड़ती है, तो तीसरा चरण भी जल्द लागू किया जा सकता है।
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GRAP चरण 2 के तहत प्रमुख प्रतिबंध:
- डीजल जनरेटर सेट्स पर रोक।
- BS4 डीजल और BS3 पेट्रोल वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित।
- गैर-इलेक्ट्रिक अंतरराज्यीय बसों की एंट्री बंद।
- निर्माण और तोड़फोड़ जैसी गतिविधियाँ रोकी जाएँगी।
- स्टोन क्रशर और खनन गतिविधियाँ बंद रहेंगी।
- 5वीं कक्षा तक स्कूलों में हाइब्रिड क्लास की व्यवस्था।
नागरिकों के लिए चेतावनी और सुझाव
CAQM ने लोगों से अपील की है कि वे प्रदूषण कम करने में सहयोग करें और पटाखों से दूरी बनाएँ। साथ ही, नागरिकों के लिए एक “चार्टर ऑफ़ ड्यूटी” जारी किया गया है।
नागरिक चार्टर के प्रमुख सुझाव:
- निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।
- छोटी दूरी पर साइकिल या ई-वाहनों का इस्तेमाल करें।
- अनावश्यक निर्माण या ड्रिलिंग कार्यों से बचें।
- कचरा खुले में न जलाएँ।
- घर के सुरक्षा गार्डों को इलेक्ट्रिक हीटर का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें।
- मास्क पहनें और घर से बाहर निकलने से बचें।
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क्या आगे और सख्त कदम उठेंगे?
CAQM की उपसमिति ने संकेत दिया है कि अगर अगले 48 घंटे में वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं होता, तो GRAP चरण 3 के तहत और सख्त कदम उठाए जा सकते हैं। इसमें स्कूलों की छुट्टियाँ, निजी दफ्तरों के लिए ‘वर्क फ्रॉम होम’ और औद्योगिक इकाइयों पर रोक जैसे प्रावधान शामिल हैं।
निष्कर्ष:
दिवाली की खुशियाँ मनाते हुए दिल्लीवालों को इस बार अपनी सांसों की सुरक्षा पर ज़्यादा ध्यान देना होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पटाखे नहीं जलाए गए और वाहन प्रदूषण पर नियंत्रण रखा गया, तो स्थिति कुछ हद तक सुधर सकती है। लेकिन फिलहाल, दिल्ली की हवा फिर से खतरनाक मोड़ पर है।
