शारदा यूनिवर्सिटी सुसाइड केस:- शारदा यूनिवर्सिटी मैं एक सुसाइड केस सामने आया जो अभी तक सोल्व नहीं हुआ है आईये जानते है पूरा केस बीडीएस तृतीय सेमेस्टर की छात्रा ज्योति शर्मा (21) द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने 22 जुलाई से शुरू होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं को फिलहाल रद्द कर दिया है। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में तनाव का माहौल है और कई छात्र अपने घर लौट चुके हैं। वहीं, छात्र संगठनों ने न्याय की मांग करते हुए धरने की चेतावनी दी है।

Photo:- अमर उजाला

गुरुग्राम निवासी ज्योति ने 19 जुलाई की शाम अपने छात्रावास के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। कमरे से बरामद सुसाइड नोट में छात्रा ने डेंटल साइंस विभाग के कुछ शिक्षकों पर मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके आधार पर पुलिस ने सहायक प्रोफेसर डॉ. शैरी वशिष्ठ और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. महिंदर सिंह चौहान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

हैंडराइटिंग और डिजिटल साक्ष्यों की फॉरेंसिक जांच जारी

पुलिस ने घटनास्थल से छात्रा का मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट और दो डायरियां जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजी गयी है । इसके साथ ही, मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) खंगाली जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आत्महत्या से पहले छात्रा ने किन लोगों से संपर्क किया था। इन सब चीजो से कुछ तो साबुत मिलने की आशंका है लेकिन फिर भी आगे देखना होगा किया इन सब मैं कोई राज छुपा है इस सुसाइड केस को लेकर |

सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग को लेकर भी संदेह जताया जा रहा है। पुलिस एक विशेष टीम द्वारा छात्रा की पुरानी नोटबुक्स और रजिस्टर से हैंडराइटिंग का मिलान करवा रही है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि नोट उसी की लिखावट में है या नहीं।

परीक्षा से पहले तनाव में थी छात्रा

छात्रा के सहपाठियों के अनुसार ज्योति पढ़ाई में ठीक ठाक थी और पहले वर्ष में 600 में से 368 अंक प्राप्त किए थे। छात्रों ने बताया कि सेमेस्टर परीक्षा में बैठने से पहले मौखिक परीक्षा और प्रोजेक्ट फाइल की स्वीकृति आवश्यक होती है। आरोप है कि संबंधित प्रोफेसरों ने छात्रा की प्रोजेक्ट फाइल पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया था, जिससे वह तनाव में थी।

परिजनों और छात्रों ने मांगी न्याय की गारंटी

ज्योति के पिता रमेश जांगड़ा ने डेंटल साइंस विभाग के डीन प्रो. (डॉ.) एम. सिद्धार्थ, एचओडी प्रो. डॉ. आशीष चौधरी और प्रो. डॉ. अनुराग समेत छह शिक्षकों पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। समाजवादी छात्र सभा गौतमबुद्धनगर के अध्यक्ष मोहित नागर ने कहा कि प्रशासन को जांच के लिए पांच दिन का समय दिया गया है। यदि कार्रवाई नहीं हुई तो विश्वविद्यालय गेट पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

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पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई का भरोसा

एडिशनल डीसीपी सुधीर कुमार के अनुसार, पुलिस सभी बिंदुओं की गंभीरता से जांच कर रही है। अब तक दो आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। अन्य संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ जारी है। आवश्यक साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।