Swachh Survekshan 2025:- स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 के परिणामों में एक बार फिर इंदौर ने शीर्ष स्थान प्राप्त कर इतिहास रच दिया है। लगातार आठवीं बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब अपने नाम कर इंदौर ने स्वच्छता के प्रति अपनी सतत प्रतिबद्धता को साबित किया है। ऐसे ही कई शेहेरो और राज्यों को भी पुरस्कृत सभी शेहर और राज्यों को अलग अलग श्रेणियों में सम्मानित किया गया

Image:- Amar Ujala

नई दिल्ली में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने देशभर के 75 शहरों को चार प्रमुख श्रेणियों में 74 पुरस्कार वितरित किए। आईये हम आपको बताते है की टॉप पैर कोन है और कोन कितने नंबर पर है लास्ट तक जुड़े रहे हमारे साथ |

सुपर स्वच्छ लीग: इंदौर ने फिर मारी बाजी

इस बार की रैंकिंग में ‘सुपर लीग’ श्रेणी को विशेष रूप से शामिल किया गया, जिसमें उन 23 शहरों को रखा गया जो पिछले किसी सर्वेक्षण में पहले, दूसरे या तीसरे स्थान पर रहे थे। इस श्रेणी में इंदौर ने पहला, सूरत ने दूसरा, नवी मुंबई ने तीसरा और विजयवाड़ा ने चौथा स्थान प्राप्त किया। सभी शहरों की जनसंख्या दस लाख से अधिक है और ये स्वच्छता में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं।

अन्य प्रमुख श्रेणियों में अव्वल रहने वाले शहर

10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की सामान्य श्रेणी में:

  • पहला स्थान – अहमदाबाद
  • दूसरा स्थान – भोपाल
  • तीसरा स्थान – लखनऊ

3 लाख से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में:

  • पहला स्थान – मीरा भाईंदर
  • दूसरा स्थान – बिलासपुर
  • तीसरा स्थान – जमशेदपुर

50 हजार से 3 लाख की आबादी वाले शहरों में:

  • पहला स्थान – देवास
  • दूसरा स्थान – कराड़
  • तीसरा स्थान – कुम्हारी

20 हजार से कम आबादी वाले शहरों में:

  • पहला स्थान – बिल्हा
  • दूसरा स्थान – चिकिटी
  • तीसरा स्थान – शाहगंज

विशेष श्रेणियों में भी भारत के शहरों का बेहतरीन प्रदर्शन

सफाई मित्र सुरक्षित शहर श्रेणी में:

  • पहला स्थान – जीवीएमसी विशाखापत्तनम
  • दूसरा स्थान – जबलपुर
  • तीसरा स्थान – गोरखपुर

गंगा किनारे बसे शहरों में प्रयागराज को बेस्ट गंगा टाउन का पुरस्कार मिला, जबकि सिकंदराबाद कैंटोनमेंट को सर्वश्रेष्ठ कैंट बोर्ड के रूप में सम्मानित किया गया।

मध्यप्रदेश का शानदार प्रदर्शन

मध्यप्रदेश ने इस बार फिर स्वच्छता में अपना दबदबा कायम रखा है।

  • इंदौर – सुपर लीग श्रेणी में देश का सबसे स्वच्छ शहर
  • भोपाल – 10 लाख से अधिक आबादी श्रेणी में दूसरा स्थान
  • जबलपुर – विशेष श्रेणी में दूसरा स्थान
  • ग्वालियर – 14वें स्थान पर
  • उज्जैन – 3 से 10 लाख की आबादी श्रेणी में चौथा स्थान
  • देवास – 50 हजार से 3 लाख श्रेणी में प्रथम स्थान
  • शाहगंज – 20 हजार से कम आबादी श्रेणी में तीसरा स्थान
  • बुधनी – इसी श्रेणी में पांचवें स्थान पर

उज्जैन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का गृह जिला है जबकि बुधनी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का निर्वाचन क्षेत्र रहा है।

यह भी पड़े:- फेसबुक मोनेटाइजेशन अपडेट 2025: क्रिएटर्स के लिए नया मौका या कड़ी परीक्षा?

नेताओं की प्रतिक्रिया

मध्यप्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि “सुपर से भी ऊपर अपना मध्यप्रदेश”। उन्होंने कहा कि इंदौर की निरंतर सफलता यह दर्शाती है कि स्वच्छता अब सिर्फ अभियान नहीं, बल्कि लोगों की आदत और जीवनशैली का हिस्सा बन चुकी है।

उन्होंने आगे कहा कि भोपाल, देवास, उज्जैन और शाहगंज जैसे शहरों ने भी यह साबित कर दिया है कि स्वच्छता अब मध्यप्रदेश की आत्मा में बस चुकी है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस स्वप्न की सिद्धि है जिसमें उन्होंने हर नागरिक को स्वच्छ भारत की जिम्मेदारी से जोड़ा।