यूपी को मिला नया मुख्य सचिवछः- उत्तर प्रदेश को अब नया मुख्य सचिव मिल गया है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शशि प्रकाश गोयल (एसपी गोयल) ने गुरुवार को लखनऊ स्थित मुख्यालय में पदभार ग्रहण कर लिया। इसके साथ ही लंबे समय से चल रही अटकलों का अंत हो गया।

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मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार की संभावनाओं के बीच गुरुवार को केंद्र सरकार से कोई अनुमति नहीं मिली, जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अफसरों में गिने जाने वाले एसपी गोयल को यह अहम जिम्मेदारी सौंपी गई।

1989 बैच के अधिकारी, मुख्यमंत्री के करीबी

एसपी गोयल 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और अब तक मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव के तौर पर कार्यरत थे। वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शुरुआती कार्यकाल से ही उनके रणनीतिक टीम का अहम हिस्सा रहे हैं। उनकी कार्यशैली और प्रशासनिक दक्षता के चलते उन्हें मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकारों में गिना जाता है।

जिम्मेदारियों में हुआ बड़ा विस्तार

मुख्य सचिव के तौर पर जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ एसपी गोयल को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, अपर मुख्य सचिव समन्वय, अध्यक्ष पिकप, यूपीडा और यूपीडास्प के निदेशक जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

वहीं, उनके पास पहले से मौजूद नागरिक उड्डयन, राज्य संपत्ति और प्रोटोकॉल विभाग की जिम्मेदारी अब प्रमुख सचिव संजय प्रसाद को दी गई है, जो वर्तमान में गृह और सूचना विभाग भी संभाल रहे हैं।

सेवा विस्तार की राह में आई रुकावट

पूर्व मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह 30 जून 2024 को इस पद पर नियुक्त किए गए थे। राज्य सरकार ने उन्हें एक वर्ष का सेवा विस्तार देने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन इस बार यह अनुमति नहीं मिली। गौरतलब है कि पूर्व में मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय और दुर्गा शंकर मिश्र को सेवा विस्तार दिया जा चुका है।

ब्यूरोक्रेसी और राजनीतिक गलियारों में गुरुवार शाम तक केंद्र के निर्णय का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था, लेकिन जैसे ही सेवा विस्तार का पत्र नहीं आया, सरकार ने स्पष्ट निर्णय लेते हुए एसपी गोयल को पदभार सौंप दिया।

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नया नेतृत्व, नई उम्मीदें
एसपी गोयल की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब राज्य को तेज निर्णय क्षमता और प्रशासनिक स्थिरता की आवश्यकता है। उनके अनुभव और मुख्यमंत्री के साथ सामंजस्य को देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि वह उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक दिशा को और भी अधिक सशक्त बनाएंगे।