उत्तरकाशी बादल फट:- उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार दोपहर को एक भयावह प्राकृतिक आपदा ने तबाही मचा दी। धराली गांव के समीप दोपहर करीब 1:50 बजे बादल फटने की घटना ने पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया। खीरगंगा नदी में अचानक उफान आया और महज कुछ ही सेकंड में मुख्य बाजार और आसपास का इलाका मलबे में तब्दील हो गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बादल फटने के ठीक बाद नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा और भारी मलबा लेकर पूरे क्षेत्र में फैल गया। स्थानीय बाजार, होटल, दुकानें, घर और सेब के बागीचे इसकी चपेट में आ गए। भीषण बहाव के कारण धराली का प्रसिद्ध कल्प केदार मंदिर भी पूरी तरह मलबे में समा गया।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार अब तक चार लोगों के शव बरामद किए गए हैं, जबकि लगभग 25 से 35 लोगों के लापता होने की सूचना है। राहत और बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना और पुलिस की टीमें त्वरित रूप से घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। आपदा प्रभावित इलाकों से कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
चीख-पुकार के बीच तबाही का मंजर
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि जब पानी और मलबा बाजार की ओर बढ़ा, तब लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला। जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागे, लेकिन सैलाब इतनी तेजी से आया कि कई लोग फंस गए। देखते ही देखते पूरा इलाका मलबे का ढेर बन गया।
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प्रशासन अलर्ट, बचाव अभियान जारी
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी ने हालात की गंभीरता को देखते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। हेलीकॉप्टर की मदद से हवाई निगरानी की जा रही है, और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है।
फिलहाल मौसम विभाग ने इलाके में अगले 48 घंटे के लिए और बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रशासन ने लोगों से पहाड़ी इलाकों और नदी किनारे जाने से बचने की अपील की है।