Viral Video:- गुरुवार सुबह हैदराबाद के शंकरपल्ली इलाके में एक अजीबोगरीब और खतरनाक वाकया सामने आया, जिसने रेलवे प्रशासन और स्थानीय लोगों की नींद उड़ा दी। एक महिला ने अपनी कार को रेलवे ट्रैक पर चढ़ाकर करीब 3 किलोमीटर तक दौड़ाया, जिससे ट्रेन सेवाएं बाधित हो गईं और हड़कंप मच गया। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

लखनऊ की रहने वाली है महिला, नौकरी जाने के बाद मानसिक तनाव में थी
पुलिस जांच में सामने आया है कि संबंधित महिला लखनऊ, उत्तर प्रदेश की निवासी है और बीते दिनों तक हैदराबाद स्थित एक आईटी फर्म में काम कर रही थी। हाल ही में नौकरी समाप्त होने के बाद वह मानसिक रूप से परेशान दिखाई दे रही थी।वह मानसिक तनाव से गुजर रही थी। यही तनाव शायद इस विचलित करने वाले कदम की वजह बना।

सुबह थाने पहुंची, फिर चुपचाप निकल गई
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, महिला गुरुवार तड़के करीब 6:30 बजे नरसिंगी थाने पहुंची थी और किसी निजी मसले को लेकर अधिकारियों से संवाद कर रही थी। हालांकि, कुछ ही मिनटों में वह बिना कोई स्पष्ट जानकारी दिए वहां से निकल गई।निकल गई। हैरानी की बात यह रही कि वह अपना बैग वहीं छोड़ गई, जिसके आधार पर पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की।

ट्रैक पर कार, हाथ में रॉड और पत्थरबाज़ी
करीब 7:30 बजे, नागुलपल्ली और शंकरपल्ली के बीच स्थानीय लोगों ने देखा कि एक सफेद कार रेलवे गेट नंबर 22 से ट्रैक पर चढ़ गई है। कार कुछ दूरी तक ट्रैक पर चलती रही, लेकिन फिर एक जगह फंस गई। रेलवे कर्मचारी जब महिला के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वह चेहरे पर मास्क लगाए हुए थी और हाथ में लोहे की रॉड थामे खड़ी थी। स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब महिला ने बात करने आए लोगों पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए।

रेलवे कर्मचारियों ने दिखाई सूझबूझ, आधे घंटे रुकी ट्रेनें
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए रेलवे कर्मचारियों ने सूझबूझ से काम लेते हुए महिला को शांत करने की कोशिश की और अंततः उसे काबू में लेकर शंकरपल्ली पुलिस के हवाले कर दिया। इस दौरान रेलवे को करीब आधे घंटे तक ट्रेनों की आवाजाही रोकनी पड़ी, जिससे यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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मानसिक स्वास्थ्य जांच के लिए भर्ती
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महिला को उसकी मानसिक स्थिति की जांच के लिए चेवेला के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा, यह भी जांच की जा रही है कि महिला ने किन परिस्थितियों में इतना बड़ा कदम उठाया और क्या इसके पीछे कोई और वजह है।

निष्कर्ष
यह घटना सिर्फ एक ट्रैफिक या ट्रेन सेवा बाधा नहीं है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीर चिंता भी दर्शाती है। आधुनिक जीवन की दौड़ में कई लोग अंदर ही अंदर टूट रहे हैं, और जब तक हम इसपर ध्यान नहीं देंगे, इस तरह की घटनाएं समाज के लिए खतरा बनती रहेंगी।