उत्तरकाशी में तबाही:- हर्षिल घाटी में मंगलवार को बादल फटने की भयावह घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। धराली गांव और उसके आसपास के इलाकों में अचानक आई जलप्रलय ने कई बहुमंजिला इमारतों को जमींदोज कर दिया, जबकि कई लोग मलबे में दब गए।

तीन अलग-अलग स्थानों पर बादल फटने से आए सैलाब ने न सिर्फ सैकड़ों लोगों की जिंदगी को संकट में डाल दिया, बल्कि क्षेत्र की सड़क और पुल जैसी बुनियादी संरचनाओं को भी तबाह कर दिया। हर्षिल और धराली जैसे क्षेत्रों का संपर्क उत्तर और दक्षिण दोनों ओर से कट गया है।
राहत-बचाव अभियान युद्ध स्तर पर
दूसरे दिन बुधवार को भी मलबे में फंसे लोगों को खोजने के लिए राहत और बचाव कार्य बिना रुके जारी रहा। सेना, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमों ने जोखिम उठाकर अभियान को आगे बढ़ाया। खोजी कुत्तों की मदद से मलबे में फंसे लोगों की तलाश जारी है।
टेकला क्षेत्र में रीको रडार तकनीक का इस्तेमाल करते हुए सात टीमें सक्रिय हैं, जबकि हर्षिल में विशेष खोजी दस्ते और इंजीनियरिंग यूनिट मोर्चा संभाले हुए हैं।

जवानों की जद्दोजहद और दुखद क्षति
बुधवार को धराली गांव के मलबे से 32 वर्षीय युवक आकाश पंवार का शव बरामद किया गया। वहीं सेना कैंप से 11 घायल जवानों को सुरक्षित बाहर निकालकर देहरादून और आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

भारतीय सेना के अनुसार, यह क्षेत्र आपदा के कारण दोनों दिशाओं से पूरी तरह अवरुद्ध है। बावजूद इसके, 225 से अधिक सैन्यकर्मी, जिनमें पैदल सेना और इंजीनियरिंग कोर शामिल हैं, जमीनी स्तर पर राहत कार्यों में लगे हुए हैं।लापता लोग और अपनों की तलाश
अब भी धराली गांव के 8 स्थानीय युवक, 2 नेपाली नागरिक, और सेना के 10 जवान लापता हैं। प्रशासन ने बताया कि राहत दल लगातार इनकी खोज में जुटे हैं।
मंगलवार को तेज बारिश और सड़क अवरोधों के चलते कई बचाव दल घटनास्थल तक नहीं पहुंच सके थे। लेकिन बुधवार को मौसम साफ होने पर हेलिकॉप्टरों की मदद से टीमें प्रभावित क्षेत्रों में उतारी गईं।
हालात की एक झलक:
- कई होटल और रेस्टोरेंट पूरी तरह ध्वस्त
- गंगोत्री हाईवे जगह-जगह से टूटा
- हर्षिल स्थित सेना कैंप भी मलबे की चपेट में
- मलबे से अब तक कई घायल और शव बरामद
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प्रशासन और लोगों से अपील:
प्रशासन ने क्षेत्रवासियों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और अफवाहों से बचने की अपील की है। साथ ही, आपातकालीन स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
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