सुखविंदर सिंह सुक्खू बने हिमाचल के नय मुख्यमंत्री,

सुखविंदर सिंह सुक्खू आज राहुल गाँधी की मौजूदगी में नय मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सुक्खू को विधायक दल का नेता बनाया गया.

सुखविंदर सिंह सुक्खू बने हिमाचल के नय मुख्यमंत्री,
सुखविंदर सिंह सुक्खू बने हिमाचल के नय मुख्यमंत्री,

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू आज हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सुक्खू को विधायक दल का नेता चुना गया.

हिमाचल प्रदेश में जो मुख्यमंत्री के पद के नाम को लेकर जो बहस चल रही थी, अब वो खत्म हो गई है. अब 58 वर्षीय सुखविंदर सिंह सुक्खू को पार्टी ने हिमाचल प्रदेश का नया सीएम चुन लिया है.

सुखविंदर सिंह सुक्खू आज राहुल गाँधी की मौजूदगी में सीएम के पद की शपथ लेंगे. उनके शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गाँधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल होंगे. सुखविंदर सिंह सुक्खू का शपथ ग्रहण समारोह राजधानी शिमला में होगा.

हिमाचल प्रदेश राज्य के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को सीएम बनाने की मांग चल रही थी. प्रतिभा सिंह ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी ने वीरभद्र सिंह के नाम पर चुनाव लड़ा और जीता भी, ऐसे में उनके परिवार को दरकिनार नहीं किया जा सकता है.

सीएम पद के लिए प्रतिभा सिंह की दावेदारी पर कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने कहा, उन्हें पार्टी के नवनिर्वाचित 40 विधायकों का समर्थन नहीं है प्राप्त और इससे उनकी संभावनाएं प्रभावित हुईं है.

सुक्खू का चयन होने पर प्रतिभा सिंह ने आलाकमान का फैसला स्वीकार किया है. विधायकों ने पहले कांग्रेस आलाकमान से विधायक दल के नेता का चयन करने के लिए कहा था, जो मुख्यमंत्री भी होगा.

पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी नेता राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले सुक्खू के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ अच्छे कामकाजी संबंध नहीं थे, जिनका पिछले साल ही निधन हो गया था.

चार बार विधायक के पद पर रहने वाले सुक्खू एक बस ड्राइवर के बेटे हैं और उन्होंने शिमला में बने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के परिसर से अपना राजनीति का जीवन शुरू किया था. इसके बाद से ही उनका राजनैतिक करियर में आगे बढ़ता चला गया.

उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि ने उन्हें एक स्व-निर्मित नेता की छवि बनाने में मदद की, जिन्होंने चार दशकों तक पार्टी के हर स्तर पर काम किया. जबकि वीरभद्र की छवि इसके उलट थी.

सुक्खू को राहुल टीम का सदस्य माना जाता है. कार्यकर्ता से बने नेता की पसंद भी कांग्रेस द्वारा ऐसे समय में उपयुक्त संदेश है जब राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ एक प्रमुख विषय के रूप में जमीनी स्तर काम कर

वीरभद्र सिंह के करीबी मुकेश अग्निहोत्री को कांग्रेस ने संतुलन बनाए रखने के लिए उपमुख्यमंत्री पद के रूप लिए चुना है.

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