भृगु संहिता ग्रंथ: भृगु संहिता ग्रंथ द्वारा काफी लोगो की बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान सिर्फ यजमान की पत्रिका देखकर किया जाता है।
जानकारी के अनुसार दो महीने पहले भृगु शास्त्री पंडित निखिल शर्मा के दिल्ली आश्रम में एक व्यक्ति अपनी जन्मपत्री भृगु आश्रम लेकर पहुँच।
भृगु सहिंता ग्रंथ यजमान का बताता है, काल, वर्तमान, और भविष्य
जहां पर भृगु सहिंता ग्रंथ द्वारा आचार्य पंडित निखिल शर्मा ने उस यजमान की पत्रिका सुनाने के बाद उस यजमान का पास्ट प्रेजेंट फ्यूचर्स पूर्व जीवन और अगला जीवन सब बताया साथ ही उसके लिए कुछ उपाए बताए उसमे से एक उपाए गंगा तट पर होगा ऐसा यजमान को बताया गया।
भृगु संहिता ग्रंथ द्वारा यजमान को कहा गया गंगा तट पर एक हवन करना होगा जिसमें यजमान को साक्षात भगवान के दर्शन होंगे जिसके लिए शास्त्री पंडित निखिल शर्मा अपनी टीम को लेकर हर की पौड़ी घाट हरिद्वार पहुंचे और यजमान को भी वहाँ बुलाया गया भृगु संहिता ग्रंथ के द्वारा पंडित निखिल शर्मा ने हवन शुरू किया।
अग्नि जलाकर उसमे आहुति दी और ये सब कुछ चमतकारी ग्रंथ भृगु सहिंता ग्रंथ द्वारा किया जा रहा था। हवन के दौरान शास्त्री पंडित निखिल शर्मा यजमान को गंगा जी में स्नान के लिए लेकर पहुँचे और इसी गंगा मैय्या में पूजा-पाठ एंव स्नान के दौरान यजमान को नाग देवता के साक्षात दर्शन हुए।
इस यजमान के द्वारा बताया गया है, देखा जाए तो यह बात सही साबित हुई जो बात भृगु महाराज ने भृगु संहिता ग्रंथ द्वारा यजमान को दो महीने पहले उसकी पत्रिका देखकर बताई थी, की जब ये बालक हवन करने के लिए गंगा तट पर जाएगा तो इसको साक्षात भगवान के दर्शन होंगे वो दर्शन नाग देवता ने गंगा जी मे आकर साक्षात यजमान को दिए और ये अद्भुत नज़ारा यजमान के साथ आए परिजनों ने भी अपनी आँखों से देखा साथ ही भृगु महारज पंडित निखिल शर्मा और उनकी टीम ने भी भगवान के साक्षात दर्शन किए।
इसलिए भृगु संहिता ग्रंथ एक चमत्कारी ग्रंथ जो दिल्ली के राजोरी गार्डन भृगु आश्रम में शास्त्री निखिल शर्मा के पास उपलब्ध है।
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