राणा सांगा बयान पर बवाल: इन दिनों आगरा में राजनीतिक और सामाजिक माहौल गरमाया हुआ है। क्योंकि समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा मेवाड़ के रहे वीर शासक राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। इस बयान के चलते करणी सेना ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और सांसद के आवास पर भी हमला बोल दिया।

करणी सेना का उग्र प्रदर्शन, पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ी
सोमवार को कई करणी सेना के कार्यकर्ता सांसद रामजी लाल सुमन के आगरा में स्थित आवास के बाहर जमा हुए। स्थिति तब बेकाबू हो गई जब करणी सेना के प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग को तोड़ दीया और सांसद के घर के अन्दर जबरदस्ती घुसने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारियों ने वहाँ राखी कुर्सियां और खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी, जिससे माहौल और भी ज्यादा तनावपूर्ण हो गया।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान करणी सेना और पुलिस के बीच झड़पें देखने को मिलीं। हालात बिगड़ते देख पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज कर दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया गया। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई में कई प्रदर्शनकारियों को चोटें आईं, वहीं कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए।

राजस्थान विधानसभा तक पहुंचा केस
इस घटना ने आगरा की ही नहीं बल्कि राजस्थान की भी राजनीति में भी भूचाल सा ला दिया है। राजस्थान विधानसभा में इस मुद्दे को भाजपा विधायकों के द्वारा जोर-शोर से उठाया। भाजपा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने राणा सांगा के उपर दिए गए अपमानजनक बयान पर सवाल उठाते हुए कार्रवाई की मांग की। इस पर कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा कि यह विषय सदन में चर्चा के योग्य नहीं है। इस बयान के बाद सदन में हंगामा हो गया।
यह भी पढ़ें – दिल्ली के वजीरपुर में बच्चों के झगड़े ने लिया खूनी रूप: एक की मौत, कई घायल
देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज
राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी को लेकर राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। जयपुर, बीकानेर और अजमेर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सांसद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और उनका पुतला फूंका। जयपुर में जिला प्रशासन को उपराष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें सांसद रामजी लाल सुमन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
सांसद की सफाई और राजनीतिक घमासान
सांसद रामजी लाल सुमन ने अपनी बात कहते हुए कहा कि उनका बयान ऐतिहासिक संदर्भ में दिया गया था और किसी भी समाज या व्यक्ति की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का उनका कोई इरादा नहीं था। लेकिन फिर भी उनके इस अपमानजनक बयान से विवाद रुकता हुआ नजर नहीं आ रहा।
यह भी पढ़ें – RSS महासचिव दत्तात्रेय होसबोले: ‘आक्रमणकारी मानसिकता भारत के लिए खतरा’
क्या होगा आगे?
फिलहाल, इस पूरे मामले को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है। सुरक्षा को मद्देनजर सपा सांसद के घर के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दि गई है। करणी सेना के लोगो और हिंदू संगठनों के द्वारा इस आंदोलन को और भी तेज करने की चेतावनी दी है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह विवाद क्या मोड़ लेता है।
यह पूरी घटना यह दर्शाती है कि इतिहास से जुड़ी भावनाएं कितनी संवेदनशील होती हैं और किस प्रकार एक बयान बड़े विवाद का कारण बन सकता है। यह मामला केवल राजनीति तक सीमित नहीं रहा, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी हलचल मचा चुका है।
यदि आप Breaking News In Hindi, Latest News, लाइव न्यूज अपडेट और स्पेशल स्टोरी पढ़ना चाहते हैं, तो उनकी आधिकारिक वेबसाइट JKS TV NEWS पर जाएँ: